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अनार का अंतर्राष्ट्रीय बाजार बढ़ रहा है। H. U. GUGLE AGRO BIOTECH and Pomegranate पर राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र ने प्राथमिक पौधों में जैव तंत्रज्ञान का उपयोग करने के लिए तकनीकी टाई-अप किया है। भगावा, सुपर भगवा और सोलापुर लाल जैसे अनार की किस्मो का उत्पादन किया जाता है।
भगवा: –
यह किस्म 180-190 दिनों में परिपक्व हो जाती है। आकर्षक आकार, केसरिया रंग, मोटी त्वचा इसे दूर के बाजारों के लिए उपयुक्त बनाती है।
महाराष्ट्र में ‘भगवा’ किस्म की सिफारिश की जाती है।
सुपर भगवा: –
भगवा अनार की तुलना में सुपर भगवा 15% बेहतर है।
यह राहुरी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी महारास्ट्र द्वारा विकसित नवीनतम किस्म है, गहरे केसरिया रंग के बड़े फल निर्यात के लिए उपयुक्त है।
टिशू कल्चर अनार के पौधों के लाभ: –
१ बैक्टीरियल ब्लाइट( रोग) मुफ्त ’रोपण सामग्री।
२ खेत में रोपाई के बाद पौधों के जीवित रहने की गारंटी ’।
३ जुवेनाइल प्लांटिंग मटेरियल
४ माता पौधे के अनुसार समान पौधे